Corona Alert: तो बड़ी खबर कोरोना वायरस को लेकर आ रही है। जहां पर कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। बड़ी खबर कोरोना वायरस को लेकर इस बार बच्चों में भी कोरोना का संक्रमण देखा जा रहा है। अस्पतालों को सतर्क रहने के निर्देश दे दिए गए हैं। तो कोरोना वायरस को लेकर बड़ी खबर नए संक्रमण पर सरकार की लगातार नजर बनी हुई है।
आपको बता दें कि भारत में मौजूदा वक्त में 312 एक्टिव कोरोना के केस जो हैं वह सामने आए हैं। जिनमें 23 दिल्ली, हरियाणा में पांच मामले, गुजरात में 33, महाराष्ट्र में 56 केस जो है वह दर्ज किए गए हैं। मुंबई से कोविड के मामले को लेकर दो मौतों की भी खबर है। तो बड़ी खबर और जो मामले तेजी से देश में बढ़ रहे हैं उसे लेकर JN.1 और उसके सबवेरिएंट एलएफ7 एनबी 1.8 को जिम्मेदार माना जा रहा है।
लेकिन जो बड़ी बात है वो यह है कि कर्नाटक में जो 16 मामले आए हैं उनमें तीन बच्चों में भी कोरोना संक्रमण देखा गया है। जिसमें कि 9 महीने का एक बच्चा भी शामिल है। भारत में पहुंचने से पहले सिंगापुर, हांगकांग, चीन और थाईलैंड जैसे एशियाई देशों में कोरोना मामलों में बंपर तेजी देखी गई। हांगकांग में 30 से ज्यादा मौतें भी हुई। जबकि सिंगापुर में जो मामले हैं वो 11,100 से बढ़कर करीब 14,000 महज कुछ दिनों के भीतर ही हो गए।
Corona Alert
ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल है कि आखिर JN.1 वेरिएंट जो है वो आखिर कितना खतरनाक है? तो आपको बता दें कि JN.1 वेरिएंट जो है वो ओमिक्रोन का ही सबवेरिएंट है जिसे पहली बार अगस्त 2023 में देखा गया था। इसे WHO ने वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के रूप में चिन्हित किया था। हालांकि एक्सपर्ट्स की मानें तो JN.1 के जो एक्स्ट्रा वेरिएंट्स हैं वो इस वेरिएंट को और ज्यादा संक्रामक बनाते हैं।
लेकिन जो बड़ी बात है वो यह है कि भारत में जो वैक्सीन और बूस्टर डोज लग चुकी है वो इस वेरिएंट के खिलाफ भी काफी कारगर बताई जा रही है। लेकिन बताया यह भी जा रहा है कि जो लोग ऑलरेडी वैक्सिननेटेड हैं उन्हें भी हल्के रूप से नया कोरोना जो है वो संक्रमित कर सकता है। जिसके पीछे की बड़ी वजह यह बताई जा रही है कि समय के साथ जो इम्यूनिटी है वो कम हो रही है!
और जो स्वास्थ्य मंत्रालय है वो भी इस मामले में एक्टिव हो गया है। हाई रिस्क ग्रुप्स जैसे कि बुजुर्ग और कमोडिटी वाले लोगों को बूस्टर डोज लेने की सलाह जो है वो दी गई है। तो इस तरह की रिपोर्ट भी निकल कर सामने आ रही है। जहां तक नए कोरोना के लक्षणों का सवाल है तो इसमें सूखी खांसी, बुखार, गले में खराश, थकान, स्वाद ना आना, सिर दर्द, नाक का बहना या बंद हो जाना जो है इस तरह के लक्षण जो है बताए जा रहे हैं।
सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट
इधर दिल्ली सरकार ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। उनके लिए जो है दिशा निर्देश जो है वो जारी कर दिए गए हैं! साथ ही अस्पतालों को जांच और निगरानी को बढ़ाने के भी निर्देश जो है! वो दे दिए गए हैं! तो बड़ी खबर कोरोना वायरस को लेकर! इसके अलावा सरकार ने अस्पतालों में सभी को मास्क पहनने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों को कहा गया है कि वह बेड, दवा, एंटीबायोटिक की व्यवस्था जो है! वह पूरी तरीके से दुरुस्त रखें! और साथ ही जो वेंटिलेटर हैं, ऑक्सीजन मास्क हैं!
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और जो ऑक्सीजन प्लांट हैं! उनको भी तैयार रखें और साथ ही जो जानकारी निकल कर सामने आ रही! उसमें लोगों से अपील की गई है! कि वो भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहने! जबकि अगर मौतों की बात करें तो WHO के आंकड़े के मुताबिक पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की वजह से करीब 70 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी! जबकि भारत की अगर बात करें! तो यहां पर करीब 5 लाख लोग यानी कि अगर एग्जैक्ट आंकड़ा बताएं! तो 5 लाख 3366 लोग जो हैं उनकी कोरोना की वजह से मौत हुई! Corona Alert
कोरोना ने एक बार फिर से दस्तक दी
सिर्फ भारत भारत में। ऐसे में कोरोना ने एक बार फिर से दस्तक दी है! भारत में भी मामले जो है वो बढ़ रहे हैं! और जो डराने वाली बात है वो यह है! कि बच्चों में भी इस बार कोरोना के लक्षण जो है! वो देखे जा रहे हैं। जिसमें 9 महीने का एक बच्चा भी शामिल है! हालांकि फिलहाल इसे लेकर डरने की जरूरत नहीं है। डॉक्टर क्या कहते हैं वो भी जानिए! कोलाइन कफ के मरीज जरूर आ रहे हैं! वो हमेशा ही आते रहे हैं! पर जहां तक आप कोविड की बात करें कोविड का नंबर्स तो बहुत ही कम है!
देशभर में हड़कंप Corona Alert
जिसको हम लोग मेडिकलली बोलते हैं स्पोरेटिक केसेस! कोई भी नंबर्स ऐसे खतरनाक नहीं है। कई बार हम मरीज में जिनमें हम टेस्ट भी कर रहे हैं! उनमें भी नेगेटिव आ रहा है! बहुत ही रेयर केसेस में पॉजिटिव आ रहा है! और वो भी जो केसेस हैं वो भी कोई सीरियस नहीं हो रहे हैं। मोस्टली आईसीयू हॉस्पिटलाइजेशन जरूरत नहीं हो रही है!
और हमने एटलीस्ट हमारे हॉस्पिटल में कोई कोविड डेथ इन द लास्ट वन मंथ तो हमने तो नहीं देखा है! तो अगर हो भी रहा है तो बहुत माइल्ड है। ना ही हम लोग हर एक मरीज में टेस्ट कर रहे हैं! जिनमें हमें जरूरत महसूस हो रही है! जो कि बहुत ही इम्यूनो कॉम्प्रोमाइज्ड है! या एल्डर्ली है या एकदम बहुत ही चाइल्ड है! या सीरियसनेस ऑफ़ सिम्टम्स हो रही है! उनमें जहां हम चेक भी करा रहे हैं मोस्टली कोविड नेगेटिव ही आ रहा है! तो मेरे ख्याल से स्थिति बहुत अंडर कंट्रोल है!
स्पोरेटिक केसेस ये हमें तब भी हम लोगों ने प्रेडिक्ट किया था! कि जब ये एपिडेमिक या पेंडेमिक खत्म हो जाएगा! दिस विल रिमेन एज अ स्पोरडिक केस वाला रहेगा! या सीजनल इन्फ्लुएंजा टाइप रहेगा! जो कि माइल्ड होगा एंड मोस्ट ऑफ द टाइम्स टैकल हो जाएगा रेगुलर अपने सिम्टममेटिक ट्रीटमेंट से! अभी तक मेरे ख्याल से वही हालत है और ना ही मैं रेकमेंड करूंगा! कि हर एक मरीज जो कि नजला जुखाम खांसी करके आ रहा है उसमें ये कोविड के लिए टेस्ट किया जाए!
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